मुझे न जाने क्या हुआ है
सकून के इंतजार में दिन गुजर जाता है
नींद के इंतजार में रात बीत जाती है
ज़रा तुम अपनी आंखो की नज़र तो भेजना
ज़रा तुम अपने जुल्फों का साया तो भेजना
सकून के इंतजार में दिन गुजर जाता है
नींद के इंतजार में रात बीत जाती है
ज़रा तुम अपनी आंखो की नज़र तो भेजना
ज़रा तुम अपने जुल्फों का साया तो भेजना
एक कोशिश कर लूँ
शायद मौत ही आ जाए…...